Adarak ki Kheti- अदरक की खेती से होगा लाखों का मुनाफा

Adarak ki Kheti- दोस्तों अदरक एक ऐसा मसाला है जो की भारत के साथ-साथ विदेशों के घरों की रसोई में आसानी से देखने को मिल जाता है | अदरक का उपयोग मसाले के रूप में, खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए तथा सदियों से घरेलू उपचार के रूप में किया जा रहा है |

अदरक आलू की तरह ही भूमिगत फसल है | खासतौर पर अदरक का उपयोग ठंड के मौसम में अधिक किया जाता है | भारत में सबसे ज्यादा अदरक का उपयोग चाय बनाने किया जाता है और इसके उपयोग से बहुत सी बड़ी-बड़ी कंपनियां आयुर्वेदिक औषधियां को तैयार कर रहे हैं |

अदरक का उपयोग खांसी और सर्दी होने पर घरेलू घरेलू उपचार में किया जाता है | अदरक के इन सब गुणों के कारण मार्केट में अदरक की साल भर डिमांड बनी रहती है तथा सर्दियों के मौसम में इसकी मांग और भी ज्यादा बढ़ जाती है तथा इसका भाव भी हमेशा अधिक रहता है | जिससे हमारे किसान भाई पारंपरिक कृषि के अलावा अदरक की खेती से भी काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं |

आज हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के बारे में बताने वाले हैं | जिसको करके हमारे किसान भाई बहुत अच्छी आमदनी का फायदा उठा सकते हैं तो आईए जानते हैं कि अदरक की खेती से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में |

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) से संबंधित जानकारी

पूरे विश्व में भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) की जाती है | सन 2018 में लगभग 28 लाख टन से भी ज्यादा अदरक की खेती की गई थी, जो कि पूरे विश्व की लगभग 32 प्रतिशत थी | इसके बाद चीन अदरक का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है |

Adarak ki Kheti

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) की बात की जाए तो भारत में अदरक की खेती करने वाले प्रमुख प्रदेश कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, असम, उड़ीसा है जहां पर अदरक की खेती बहुत बड़ी पैमाने पर की जाती है | अदरक की खेती के लिए गर्म तथा आर्द्र स्थानों की आवश्यकता होती है |

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अदरक की खेती के लिए जलवायु

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) गर्म तथा आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है | अदरक की रोपाई से पहले हल्की बारिश की भी आवश्यकता होती है | इससे उसकी गाँठ को तैयार होने में सहायता मिलती है | इसकी खुदाई के लिए सुखे मौसम की आवश्यकता होती है |

जिन क्षेत्रों में अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) की जाती है | वहां पर 1500 से 1800 मिलीमीटर वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है तथा इसके लिए न्यूनतम तापमान 25 सेंटीग्रेड और अधिकतम तापमान 35 सेंटीग्रेड अधिक उपयुक्त माना जाता है | इसकी खेती करने के लिए खेत की जल निकास की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए |

अदरक की उन्नत किस्म

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के लिए उन्नत किस्म की बात की जाए तो अदरक की बहुत से उन्नत किस्म मौजूद है जो की जलवायु और पैदावार के हिसाब से अलग-अलग की गई है | कुछ किस्म के बारे में बताया गया है जो की निम्नलिखित है-

  • रियो डी जेनेरियो
  • वुल्लूनाटू
  • अरनाटू
  • वायनाड लोकल
  • टफनगिया

उपयुक्त मिट्टी

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के लिए किसी भी प्रकार के उपजाऊ मिट्टी अच्छी होती है, परंतु यह ध्यान देना आवश्यक होता है कि वह मिट्टी कठोर न हो काफी मुलायम हो इससे अदरक की पैदावार अच्छी मिलती है |

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के लिए ऐसी भूमि का चयन करें जहां पर पानी न जमा होता हो अगर अदरक के खेत में पानी जमा होता रहेगा तो अदरक की फसल जल्दी खराब हो जाएगी | आप जिस भूमि का चयन करें उसका पीएच मान 6 से 6.5 के बीच होना चाहिए |

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खेत की तैयारी

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के लिए खेत को तैयार करने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल का महीना होता है | इस समय खेत की गहरी करते हुए उसे छोड़ देना चाहिए | मई के महीने में रोटावेटर के द्वारा इसकी जुताई करके मिट्टी को अच्छे तरीके से भुरभुरी बना लेनी चाहिए |

खेत में गोबर की खाद और जैविक कंपोस्ट तथा नीम की खली को डालकर खेत में अच्छे से मिला देना चाहिए तथा खेत की दो से तीन बार अच्छी तरह आड़ी तिरछी जुताई करके समतल करना चाहिए | इसके बाद खेत में पावर टिलर की सहायता से या फावड़ा की मदद से बेड को तैयार कर लेना चाहिए |

अदरक के बीच की मात्रा

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) के लिए 8 से 9 महीने का समय लगता है | इसके लिए अच्छे बीजों का चयन करना बहुत ही आवश्यक होता है अदरक की बुवाई के लिए उनकी गांठ का ही प्रयोग किया जाता है | चीन का वजन लगभग 25 से 30 ग्राम हो तथा जिनकी लंबाई दो से पांच सेंटीमीटर हो तथा जिन अदरक की गांठ में तीन से पांच आखें हों |

अदरक के बीज को बोने के पहले उसे शोधित करना बहुत ही आवश्यक होता है | इसके लिए बीज को मैंकोजेव  फफूंद में उपचारित करके शोधित करना होता है | यह करने से अदरक में फफूंद नहीं लगता |

अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) में लगभग 20 से 25 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से अदरक के बीज की आवश्यकता होती है | मैदानी भागों में अदरक 15 से 18 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से भी लगता है | इसका चयन जलवायु क्षेत्र तथा पैदावार के अनुसार करनी होगी |

अदरक की बुवाई का समय

उत्तर भारत में अदरक की बुवाई का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून तक का महीना होता है | इसकी बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय 15 से 30 में तक का होता है |

उत्तर भारत में 15 जून के बाद मानसून आने लगता है | जिसके कारण 15 जून के बाद बुवाई करने पर अदरक के गठन में सड़न पैदा होने लगती है तथा इसका अंकुरण भी अच्छा नहीं होता है | दक्षिण भारत में अदरक की बुवाई करने के लिए अप्रैल से मई के बीच का महीना सबसे अच्छा होता है जो कि नवंबर से दिसंबर के महीने में फसल पक्के तैयार हो जाती है | केरल में अदरक की बुवाई अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ही करना सबसे अच्छा माना जाता है |

बताए गए समय पर अदरक की बुवाई करने पर पैदावार अच्छी होती है | अधिक सिंचाई वाले क्षेत्रों में अदरक की बुवाई फरवरी महीने में कर देने से तथा इसकी गठन में लगभग 80% उगने में वृद्धि होती है तथा पहाड़ी क्षेत्रों में अदरक की बुवाई 15 मार्च के बाद कर देने पर पैदावार में अच्छी बढ़ोतरी होती है जिससे किसानों को अत्यधिक मुनाफा मिलता है

अदरक की खेती में पैदावार तथा मुनाफा

अदरक की फसल 8 से 9 महीने में पक कर तैयार हो जाती है | जब यह कटाने योग्य हो जाती है तब इसका पौधा वृद्धि नहीं करता तथा पीला होकर सूखने लगता है तब आपको इसे काट लेना है

अदरक की पैदावार की बात की जाए तो एक हेक्टेयर में 150 से 200 कुंतल की पैदावार मिलती है | एकड़ के हिसाब से 120 कुंतल प्रति एकड़ की पैदावार मिलती है एक एकड़ में लागत की बात की जाए तो लगभग 120000 की लागत आएगी तथा अदरक का न्यूनतम मूल्य बाजार में 40 से 50 रुपए प्रति किलो आराम से मिल जाता है |

तो अदरक की खेती (Adarak ki Kheti) में मुनाफे की बात की जाए तो एक एकड़ में ₹40 की दर से लगभग 4 से 5 लाख की आमदनी हो जाती है जो कि सारे खर्चे निकालने पर 2.5 से 3 लाख की बचत होगी |

सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न 

अदरक की फसल कितने महीने में तैयार होती है ?

अदरक की फसल 8 से 9 महीने में तैयार होती है |

1 एकड़ में कितने कुंतल अदरक की पैदावार होती है ?

1 एकड़ में 150 से 200 कुंतल अदरक की पैदावार होती है |

एक एकड़ अदरक की खेती में कितने लाख का मुनाफा होता है |

एक एकड़ अदरक की खेती में 2.5 से 3 लाख का मुनाफा होता है |

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