Malabar Neem ki Kheti- मालाबार नीम की खेती से 36 लाख प्रति एकड़ का मुनाफा

मालाबार नीम से संबंधित जानकारी

Malabar Neem ki Kheti- मालाबार नीम एक पेड़ है जो कि फल नहीं देता है| इसकी लकड़ी बहुत अच्छे दामों में बिकती है| मालाबार की लकड़ी सागवान से भी अधिक बिकती है तथा मालाबार नीम की लकड़ी की खास बात यह है कि इस लकड़ी में कभी भी दीमक नहीं लगते हैं| इसका उपयोग कई क्षेत्रों में किया जाता है| जैसे कि मालाबार नीम की लकड़ी के द्वारा प्लाईवुड को बनाया जाता है|

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) से हमारे किसान काफी अधिक मुनाफा कमा रहे हैं| इसकी खेती में खास बात यह है कि मालाबार की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है| इसमें खाद और पानी भी बहुत कम उपयोग किया जाता है| मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में अन्य किसी पेड़ पौधे की तरह या फसलों की तरह देखभाल की जरूरत नहीं होती और चंदन तथा अन्य पौधों जैसे इसकी चोरी होने का भी डर नहीं रहता| इसलिए हमारे किसान इसकी खेती करना ज्यादा सुनिश्चित मानते हैं|

मालाबार नीम को तैयार होने में कम से कम 8 से 10 साल का समय लगता है| जिसमें आप 4 से 5 साल तक इसमें हल्दी बैगन तथा अन्य फसलों के साथ इसमें मुर्गी बकरी आदि को छोड़ सकते हैं या इंटरक्रॉपिंग कर सकते हैं| जिससे आपको अधिक मुनाफा होता रहेगा| आज हम आपको मालाबार नीम की खेती से सम्बंधित जानकारी देने वाले हैं तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें|

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मालाबार नीम की लकड़ी का उपयोग

मनुष्य की जब से धरती पर उत्पत्ति हुई है तब से पेड़ को कभी आग जलाने में कभी अपने जीवन यापन को आसान बनाने में करते आ रहे हैं, जो कि अब भी हो रहा है| इसी प्रकार मालाबार नीम लकड़ी का उपयोग भी बहुत से कृषि उपकरण, छत और घरों को बनाने में किया जाता है| इसके अलावा मालाबार नीम की लकड़ी का उपयोग पेंसिल बनाने में, माचिस बनाने में, वाद्य यंत्र, चाय की पेटियां तथा फर्नीचर, टेबल, कुर्सी, अलमीरा, सोफा, पलंग आदि बनाने में किया जाता है जो की उसकी खासियत के कारण इसमें दीमक नहीं लगता और यह अधिक समय तक टिकाऊ बना रहता है|

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti)

Malabar Neem ki Kheti

मालाबार नीम की खेती के लिए भूमि तथा जलवायु

मालाबार नीम के पौधों के लिए किसी भी खास तरह की मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है| इसकी खेती के लिए आप किसी भी प्रकार की मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं| खास तौर गहरी उपजाऊ रेतीली दोमट मिट्टी तथा उथली दोमट मिट्टी में इसका विकास अधिक तेजी से होता है| आप जिस भूमि का उपयोग करें उसका पीएच मान भी सामान्य हो| मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में जलवायु की बात की जाए, तो इसकी खेती के लिए भारत में हिमालय के कुछ क्षेत्रों और राजस्थान के रेगिस्तानों के अलावा संपूर्ण राज्यों में की जा सकती है|

मालाबार नीम का वृक्षारोपण

मालाबार नीम के पौधों की रोपाई करने के लिए 10 से 12 फिट की दूरी पर लगाना चाहिए इसी पौधों का विकास ज्यादा तेजी से होता है तथा मालाबार की खेती में शुरू में पानी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए क्योंकि शुरू में इसकी खेती में नमी हमेशा रहनी चाहिए मालाबार नीम को 3 महीने के अंतराल में एक बार खाद अवश्य डालें तथा बारिश के मौसम में इसकी गति धीमी पड़ सकती है|

मालाबार नीम की सिंचाई

मालाबार नीम के पौधों को पानी की अधिक आवश्यकता नहीं होती है| बरसात के मौसम में आवश्यकता पड़ने पर ही इसकी सिंचाई करें| गर्मियों के मौसम में 15 से 20 दिन के अंतराल में एक बार सिंचाई करें इसे पौधों की वृद्धि अधिक होगी|

मालाबार नीम की खेती में लागत

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में लागत की बात की जाए, तो इसका पौधा आपको 25 रुपए प्रति पौधे के हिसाब से मिलेगा जो कि आप अपने किसी भी नर्सरी केंद्र से खरीद सकते हैं और एक एकड़ में लगभग 400 से 500 पौधे आएंगे|

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मालाबार नीम की खेती में पैदावार और मुनाफा

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में पैदावार की बात की जाए, तो अच्छी पैदावार के लिए 8 से 10 साल का समय लग जाता है जिसमें आपके प्रति पौधे से 3 टन लकड़ी प्राप्त हो जाएगी| इस समय मार्केट में 1 टन लकड़ी की कीमत ₹ 3000 है| इस हिसाब से एक पौधा कम से कम 9000 रुपए का बिकेगा| मुनाफे की बात की जाए तो 1 एकड़ में लगभग 400 पौधे आएंगे इस हिसाब से एक एकड़ में कम से कम 36 लाख का मुनाफा हो जाएगा जो कि आने वाले समय में बढ़ भी सकता है क्योंकि इसकी मांग आज के समय में बहुत अधिक है|

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में सब्सिडी

मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में छत्तीसगढ़ राज्य की सरकार सब्सिडी का अनुदान भी कर रही है| जो कि 1000 पौधों पर सब्सिडी देगी| जिसमें आपको प्रथम वर्ष में 11500 की सब्सिडी दी जाएगी, द्वितीय वर्ष में 7000 की सब्सिडी जाएगी तथा तृतीय वर्ष में 7000 की सब्सिडी दी जाएगी|

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज

सब्सिडी के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों का होना आवश्यक है जो की निम्नलिखित है

  • किसान का आधार कार्ड
  • स्थाई निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • सक्रिय खाता बैंक पासबुक
  • खसरा तथा खतौनी की फोटोकॉपी
  • आधार से लिंक मोबाइल नंबर

कैसे होगा आवेदन

सब्सिडी के लिए आवेदन की बात की जाए, तो यह प्रक्रिया ऑफलाइन ही होगी| आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी वन विभाग कार्यालय में जाना पड़ेगा| जहां आपको एक फॉर्म भरना पड़ेगा|

जिसमें मांगी गई सभी जानकारी आपको ठीक से भरना होगा| इसके बाद भरे गए फॉर्म को सभी दस्तावेजों के साथ कार्यालय में जमा कर देना होगा| इसके बाद वन विभाग के अधिकारी आपके सब्सिडी का आवेदन कर देंगे और आपको मालाबार नीम की खेती( Malabar Neem ki Kheti) के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त हो जाएगा| सामन्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न

सामन्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न

मालाबार नीम की लकड़ी की कीमत क्या है?

इस समय 2023- 24 में मालाबार नीम की लकड़ी की कीमत 3000 रुपये टन है|

मालाबार का पौधा कितने सालों में तैयार हो जाता है?

मालाबार का पौधा कम से कम 8 से 10 साल में तैयार हो जाता है|

1 एकड़ मालाबार की खेती में कितना मुनाफा होता है?

1 एकड़ मालाबार की खेती( Malabar Neem ki Kheti) में कम से कम 36 लाख का मुनाफा हो जाता है|

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