आलू अनुसंधान संस्थान ने आलू की 10 उन्नत किस्मों को विकसित किया है जिनको ऊगा कर किसान भाई अच्छी पैदावार ले सकते हैं।
यह वेरायटी भारत के उत्तर प्रदेश, हरियाणा एवं छत्तीसगढ़ प्रदेशों में पैदावार की जाती है व 450 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार देती है।
कुफरी थार- ३
आलू की यह किस्म 80– 90 दिन में पककर तैयार हो जाती है व 350 – 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार देती है।
कुफरी गंगा
आलू की इस किस्म पर पाले का प्रभाव नही पड़ता व इससे 350 – 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है।
कुफरी मोहन
आलू की इस किस्म में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। यह किस्म 350 – 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार दे देती है।
कुफरी नीलकंठ
आलू की यह किस्म सबसे लोकप्रिय किस्मों से एक है। इस किस्म से किसान 140-160 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
कुफरी पुखराज
आलू की यह किस्म उत्तर प्रदेश , राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब राज्यों होती है व यह बहुत पौष्टिक होने के साथ – साथ स्वादिष्ट भी होती हैं।
कुफरी संगम
आलू की इस किस्म से 300 – 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है। यह किस्म अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक पैदावार देती है।
कुफरी ललित
आलू की इस किस्म से 300 – 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार होती व यह किस्म मौसम के ज्यादा या कम होने से प्रभावित नही होती।
कुफरी लिमा
आलू की इस किस्म से किसान भाई 300 – 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. यह किस्म भारत के उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार राज्य में होती है।
कुफरी चिप्सोना
आलू की इस किस्म से किसान भाई 300 – 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं व इस किस्म का भंडारण लम्बे समय तक कर सकते हैं।
कुफरी गरिम
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