Bok Choy ki kheti- नमस्कार दोस्तों बदलते दौर में लोग कृषि के क्षेत्र को भी व्यापारिक नजरिये से देख रहे हैं और हमारी युवा पीढ़ी कृषि को ही अपनी कमाई का माध्यम बनाते जा रही है | आज की युवा पीढ़ी पारंपरिक फसलों के अलावा कमर्शियल फसलों को उगाकर बहुत ही कम लागतऔर कम समय में ज्यादा से ज्यादा रुपयों की आमदनी कर रहे हैं |आज के युवा किसान पारंपरिक फसलों को छोड़कर नई तकनीक के द्वारा तथा नए-नए फसलों और सब्जियों की खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं
आज हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से एक ऐसी विदेशी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे कम समय में ही कर के आप भी काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं | आपको बता दें कि पूरे भारत भर में पिछले साल 73.68 करोड़ का बोक चोय का उत्पादन किया गया तथा 13.6 करोड़ रुपयों का बोक चोय का भारत से निर्यात किया गया और लगभग 9.5 करोड़ रुपये का आयात भी किया गया |
आज के समय में भारत के साथ पूरे विश्व में बोक चोय की बहुत ही ज्यादा डिमांड है इसलिए हमारे किसान भाई भी बोक चोय की खेती कर के सिर्फ 1 एकड़ से ही 7 से 10 लाख की कमाई मात्र 50 दिनों में कर सकते हैं |
हम आपको इस लेख के माध्यम से बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) कैसे करें , बोक चोय खाने के फायदे, बोक चोय की खेती में मुनाफा तो सम्पूर्ण जानकारी के लिए लेख को पूरा पढ़े |
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बोक चोय क्या है ?
Table of Contents
Bok Choy ki kheti- बोक चोय एक विदेशी सब्जी है इसे बोक चोय, पाक चाय या चाइनीज गोभी के नाम से जानते हैं | यह एक लिफी वेजिटेबल है इसकी सबसे ज्यादा खेती चीन में की जाती है और यह चीन की ही सब्जी है | आज के समय में बोक चोय की भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बहुत अधिक डिमांड है इस पौधे में सफेद रंग के डंठल और इसकी पत्ती हरी रंग की होती है जो की स्वाद में काफी कुरकुरे और रस युक्त होते हैं |
बोक चोय में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं जिसके कारण बाजार में इसकी डिमांड बनी रहती है बोक चोय में फाइबर, विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, फोलेट, कैल्शियम, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट्स भी काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं | बोक चोय में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है | जिससे कि हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है | बोक चोय का इस्तेमाल सूप, सलाद, फ्राइड व्यंजनों, फास्ट फूड और भोजन को स्वादिष्ट बनाने में किया जाता है | बोक चोय के सेवन से हमारा शरीर सेहतमंद तथा तंदुरुस्त रहता है |
बोक चोय के एक पौधे की कीमत 50 से 100 रुपए के बीच मिल जाती है क्योंकि अपने देश के साथ विदेश में भी इसकी काफी ज्यादा मांग है और इसकी खेती सिर्फ कुछ ही चुनिंदा ही स्थानों पर हो जाती है बोक चोय की खेती(Bok Choy ki kheti) हमारे भारतीय किसानों के लिए बहुत ही मुनाफेदार साबित होगी | इसकी खेती करके बहुत ही कम समय में काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है |
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) कैसे करें
बोक चोय एक द्विवर्षीय पौधा है | आप चाहे तो इसे एक वर्ष के लिए भी उगा सकते हैं | बोक चोय को आप अपने खेत के साथ-साथ अपने बगीचे, गमले में या फिर अपने घरों की छतों पर भी उगा सकते हैं और अपने जरूरत की पूर्ती के साथ अपने घर से ही अच्छी आमदनी का जरिया बना सकते हैं | बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) करने के लिए कई बिन्दुओं पर ध्यान देना होगा | जिसका विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है |
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बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) के लिए तापमान
जैसे कि किसी भी फसल को उगाने के लिए तापमान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसी प्रकार बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) के लिए भी एक अनुकूल तापमान की आवश्यकता होती है बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) के लिए अनुकूल तापमान 12 से 25 डिग्रीअंश सेल्सियस तक होता है | इस हिसाब से कहें तो इसकी खेती ठंडी के मौसम में की जाती है |
बोक चोय एक ऐसी फसल है जिसकी खेती रवि, खरीफ तथा जायद तीनों मौसमों में की जाती है | बसंत ऋतु में इसकी खेती फरवरी से मार्च के महीने में अपने बगीचे में उगा सकते हैं | ग्रीष्म ऋतु में आप इसे जुलाई और अगस्त के महीने में आउटडोर गार्डन में उगा सकते हैं | सर्दी में इसकी बात की जाए तो इसे दिसंबर से जनवरी में इन डोर गार्डन में उगा सकते हैं क्योंकि बाहर उगाने से इसे ठंडी के कारण इसकी फसल खराब हो सकती है |
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) के लिए उपयुक्त मिट्टी
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) के लिए काली मिट्टी, दोमट मिट्टी, लाल मिट्टी तथा बलुई मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है तथा आप जिस भूमि का प्रयोग करें उसका PH मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए और मिट्टी में अच्छी मात्रा में कार्बनिक पदार्थ मौजूद होने चाहिए इससे बच्चों की की फसल की गुणवत्ता काफी अच्छी रहती है |
बोक चोय की पांच मुख्य किस्में
आपको बता दे दोस्तों की बोक चोय लगभग एक दर्जन किस्में मौजूद है, परंतु हम आपको पांच मुख्य कि मुख्य के बारे में बताने वाले हैं जो की निम्नलिखित हैं
- शंघाई बोक- बोक चोय यह सफेद तने और गहरे हरे रंग की पत्तियों वाला वाली किस्म है इस किस्म को आप छोटे और बड़े दोनों आकार में तोड़ सकते हैं
- ब्लैक समर- इसके पत्ते बहुत ही गहरे हरे रंग के होते हैं तथा तन सफेद रंग होता है इस किस्म की बुवाई आप सितंबर से नवंबर महीने में कर सकते हैं तथा ठण्ड के मौसम में फसल ले सकते हैं |
- चिंग चियांग- यह बहुत ही तेजी से बढ़ने वाली किस्म है | इसकी बुवाई आप बसंत ऋतु में यानी कि फरवरी से मार्च के महीने में कर सकते हैं |
- मिं क्यिंग चोय- यह किस्म बहुत तेजी से बढ़ती है इसकी फसल आप मात्र 35 दिनों में ही ले सकते हैं |
- विन विन- इस किस्म की फसल का आकार बड़ा होता है है और इसको तैयार होने में लगभग 2 महीने का समय लगता है और इसकी गुणवत्ता भी अच्छी होती है जिसे किसान इसको काफी ज्यादा पसंद करते हैं |
यह रही बोक चोय की टॉप फाइव किस्म जिसकी खेती करके हमारे किसान भाई लाखों रुपए कमा रहे हैं
बोक चोय की खेती के लिए खेत की तैयारी
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) करने के लिए खेत को पहले अच्छे से गहरी जुताई कर ले इसके बाद उसमें सड़ी हुई गोबर की खाद तथा कंपोस्ट खाद को अच्छे से मिलकर मिला दे तथा खेत को अच्छे से समतल बना दें
फसल की बुवाई
बोक चोय की फसल की बुवाई के लिए खेत में कतार को बनाने के बीच की दूरी लगभग 25 सेंटीमीटर यानी की 10 इंच रखनी चाहिए तथा पौधे से पौधे की दूरी 2 इंच रखनी चाहिए | कुछ किसान कतार के बीच की दूरी 8 इंच रखते हैं और पौधों से पौधों की दूरी 3 इंच रखते हैं | इससे 1 एकड़ में पौधों की संख्या बढ़ जाती है और उत्पादन अच्छा मिलता है इस हिसाब से 1 एकड़ में पौधों की संख्या लगभग 15 से 20 हजार तक होती है
खाद तथा उर्वरक
आपको बता दे कि बोक चोय एक अच्छी पोषक तत्वों वाला पौधा है इसलिए इसकी पोषण के लिए अत्यधिक खाद की आवश्यकता होती है और बोक चोय एक पत्तेदार फसल है इसलिए आप इसे ज्यादा मात्रा में खाद देंगे तो आपके लिए यह मुनाफे का सौदा होगा | बोक चोय पत्तीदार फसल होने के कारण इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की मात्रा को अधिक दें | अगर हो सके तो इसकी खेती में ज्यादातर जैविक खाद का इस्तेमाल करें | इससे बोक चोय के पत्ते बड़े होंगे और आपको अच्छा मुनाफा मिलेगा |
सिंचाई
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) में सिंचाई की बात की जाए तो यह एक पत्तेदार फसल है जिससे इसको अत्यधिक पानी की आवश्यकता होती है | ध्यान रहे कि बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) में मिट्टी हमेशा नम रहनी चाहिए और अपने वातावरण के अनुसार हफ्ते में एक या दो बार सिंचाई करते ही चाहिए |
बोक चोय की कटाई
बोक चोय की फसल की कटाई की बात की जाए तो वह आए थे बाद लगभग 6 से 8 सप्ताह बाद इसकी फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है इसकी छोटी किस्म लगभग 6 इंच तक लंबी होती है तथा बड़ी किस्म तो फिट फिट की ऊंचाई तक होती है |
बोक चोय को संग्रहित करना
बोक चोय की फसल को कटाई के बाद शून्य अंश सेल्सियस तापमान तथा 100% आर्द्रता वाली स्थान पर 3 से 4 सप्ताह तक संग्रहित कर सकते हैं | रेफ्रिजरेटर में पॉलिथीन में बहुत जोर के पौधे को एक सप्ताह तक संग्रहित कर सकते हैं |
बोक चोय कहाँ बिकेगा
बोक चोय की फसल भारत में नई होने के कारण ज्यादा लोग बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) और इसके बेचने के तरीके से अनजान होंगे इसकी खेती तो किसान भाई कर सकतें हैं परन्तु उनके मन में एक चिंता रहेगी की इसको कहाँ बेचें तो आपको बता दें कि बोक चोय को आप शहरों की छोटी या बड़ी मंडी में बेच सकते हैं और अगर आप अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आप बोक चोय को बड़े होटलों या फिर रेस्टोरेंटो में आसानी से बेच सकते हैं या फिर बहुत से सब्जी बेचने वाले ऑनलाइन प्लेटफार्म हैं जहाँ आप इसको रजिस्टर कर के अच्छी कीमत के साथ बेच सकते हैं |
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) में मुनाफा
किसान भाइयों अगर आप पारंपरिक खेती के अलावा बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) को करना चाहते हैं तो आपको बता दे की बोक चोय के एक पौधी का वजन 70 से 100 ग्राम का होता है जो की 50 से 100 रुपये का बिक जाता है इस हिसाब से एक एकड़ बोक चोक की खेती (Bok Choy ki kheti) में लगभग 15 से २० हजार पौधे आते हैं तो आप मात्र 50 से 70 दिनों में एक एकड़ में कम से कम 7 से 10 लाख तक कमा सकते हैं और अगर आप इसकी खेती एक साल में 2 बार करें तो आपकी आमदनी भी दो गुनी हो जाएगी |
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बोक चोय में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं इसके सेवन से कैंसर जैसी भयानक बीमारी में राहत मिलाती है | इसके सेवन से हमारे शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती हैं |
बोक चोय में कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, फोलेट, कैल्शियम, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ कार्बोहाइड्रेट्स काफी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं |
बोक चोय के एक पौधे की कीमत 50 से 100 रुपये तक होती है |
बोक चोय की खेती (Bok Choy ki kheti) में 35 से 70 दिन लग जाते हैं |