हेलो दोस्तों स्वागत है आपका upagriculture के नई पोस्ट राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है National Horticulture Mission में आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है National Horticulture Mission के बारे में बताएंगे यदि आप भी राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है National Horticulture Mission क्या है जानना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक अवश्य पढ़े |
National Horticulture Mission 2024
Table of Contents
भारत सरकार किसानों की आय बढ़ाने तथा किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए बहुत से प्रयास कर रही है ताकि किसान भाई सक्षम हो सके और किसान भाई के समक्ष आने वाले विभिन्न प्रकार की समस्याओं को सरकार कई सारी योजनाओं को भी ला रही है इन योजनाओं को शुरू करने का उद्देश्य कि फसलों का चौमुखी विकास करना है पिछले कुछ वर्षों से लोगों का रुझान बागवानी के क्षेत्र में काफी अधिक देखा जा रहा है National Horticulture Mission
और सबसे खास बात यह है कि वर्तमान समय में देश के बहुत से किस बागवानी से काफी अच्छा आय कमा रहे हैं दर्शन सरकार ने बागवानी के क्षेत्र में लोगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2005 2006 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन का आरंभ किया था राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत किसानों को उच्च दामों पर मिलने वाली सब्जियां फल एवं फुल तथा मसाले आदि खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहे हैं राष्ट्रीय बागवानी मिशन क्या है नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन इन हिंदी के बारे में आपको पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक बताई जाएगी National Horticulture Mission
राष्ट्रीय बागवानी मिशन 2024 क्या है
नेशनल होरिजेंटल मिशन खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बागवानी में किसानों को अधिक आय के साथ विभिन्न प्रकार के मुनाफे होते हैं खाद्यान्न फसलों को उगाने के लिए पर्याप्त भूमि की आवश्यकता होती है जबकि भगवानी के लिए कम भूमि में आसानी से खेती कर सकते हैं बागवानी फसलों की सहायता से छोटे और सीमांत किसान अपनी कम होने पर भी काफी अधिक लाभ कमा रहे हैं
किसानों की आय में प्रीत करने के उद्देश्य से भारत सरकार वर्ष 2005 6 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन की शुरुआत की थी इस स्कीम के माध्यम से किसानों को बागवानी फसलों के लिए सरकार के द्वारा विधि सहायता भी प्रदान की जाती है सरकार द्वारा स्कीम को शुरू करने का मुख्य उद्देश्यकिसानों को आर्थिक स्थिति बेहतर बनाना एवं बागवानी फसलों को बढ़ावा देना है National Horticulture Mission
ताकि किसान भाई पारंपरिक खेती के अपेक्षा आदमी खेती के द्वारा भी आकर्षित हो सके इस योजना के माध्यम से किसान भाइयों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सिंचाई नेट हाउस भंडारा और तारबंदी आदि के लिए विधि सहायता भी प्रदान की जाती है इस मिशन के तहत किसानों को दी जाने वाले व्यक्ति सहायता में राज्य सरकार का योगदान 35 से 50% और बाकी की रात केंद्र सरकार के द्वारा दी जाती है
राष्ट्रीय बागवानी मिशन का मुख्य उद्देश्य
सरकार का इस मिशन को शुरू करने का उद्देश्य भगवानी खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ उसकी चौमुखी विकास करना भी है इसके साथ ही भगवान ही करने वाले किसानों को फसल से संबंधित उचित जानकारी कर उनकी आय को बढ़ाना है दर्शन सरकार बागवानी खेती करने वाले किसानों को संख्या में बढ़ोतरी कर बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहती है इस मिशन National Horticulture Mission की शुरुआत होने से फलों एवं सब्जियों के निर्माण में काफी वृद्धि हो सकेगी जिससे किसान और देश का आर्थिक व्यवस्था में काफी सुधार हो सकेगा
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के लाभ
- छोटे और सम्मान किस कम उम्र में भी इसकी खेती कर आसानी से लाभ कमा सकते हैं
- खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बागवानी फास्टों में सिंचाई की कम आवश्यकता होती है
- बागवानी के अंतर्गत उगाई जाने वाली फसलों की मांग बाजार में पूरे वर्ष रहती है जिससे किसानों का विक्रय में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होती है
- एक बार फसल उगाने के पश्चात किसानों तक फसलों का उत्पादन कर सकता है
- खाद्यानिक फसलों की अपेक्षा बागवानी फसलों में अधिक पोषण होता है
राष्ट्रीय बागवानी मिशन National Horticulture मिशन से किसानों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
बागवानी की खेती के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के फूलों फलों सब्जी औषधि पौधे और मसाले की खेती की जाती है बागवानी फसलों के उत्पादन से किसानों और देश के अर्थव्यवस्था पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और इसे प्राप्त होने वाले आंकड़े कुछ इस प्रकार से हैं
फलों के उत्पादन से
बागवानी फसलों के अंतर्गत भारत में आम केला नींबू चीकू फलों के उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में किए जाते हैं वर्ष 2015-16 में किए गए सर्वे से यह पता चला है कि भारत में कुल फलों का उत्पादन 90000 से 183000 तन का होता है
मसाले के उत्पादन में
मसाले के उत्पादन में पूरे विश्व में भारत का नाम पहले स्थान पर है इसके अलावा भारत देश में मसाले का घर भी कहा जाता है कुल मिलाकर मसाले की निर्यात में भी भारत पूरे संसार में प्रथम स्थान पर स्थापित है
सब्जियों के उत्पादन में
सब्जियों के उत्पादन में बात करें तो पहले स्थान पर चीन जबकि दूसरे स्थान पर भारत है भारत में सबसे अधिक सब्जियां, आलू, टमाटर, प्याज, फूल गोभी आदि का उत्पादन किया जाता है वर्ष 2015-16 के सर्वे में भारत में सब्जियों का कुल उत्पादन लगभग 169000 तन का किया गया था
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के आंकड़े
भारत में 2002 2003 में की जाने वाली बागवानी खेती का उत्पादन लगभग 17.5 मिलियन हेक्टेयर की भूमि पर किया जाता था जबकि 2005 2006 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन शुरू होने के बाद बागवानी फसलों का उत्पादन 2017 हो गया है इस प्रकार 2012-13 का यह उत्पादन बढ़कर लगभग 265 मिलियन तन हो चुका है
इस प्रकार राष्ट्रीय मिशन National Horticulture Mission की सहायता से इस समय कृषि का जीडीपी में योगदान लगभग 28% होकर चुका है इन आंकड़ों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय कृषि बागवानी मिशन से भारत सरकार को निरंतर लाभ हो रहा है
राष्ट्रीय बागवानी मिशन का लाभ कैसे प्राप्त करें
इस मिशन का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र या जिला उद्यान केंद्र में जाकर संपर्क करना होगा हालांकि आपको इसकी जानकारी इस ब्लॉक स्तर के उद्यान अधिकारी से भी प्राप्त कर सकते हैं इसके अलावा आप राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर भी इस मिशन से संबंधित अन्य जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं यदि आप अपनी भूमि पर बागवानी फसलों का उत्पादन करना चाहते हैं तो बागवानी करने से पहले अपने खेत दिया मिट्टी की जांच अवश्य करें ।
सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न
इसकी शुरुआत 2005 में हुई थी
इसके जनक एम एच मैरिगोडा जी है
बागवानी कुल तीन प्रकार के होते हैं
कृषि विज्ञान के पिता महर्षि परासर जी हैं।