Blueberry Farming in India- भारत में ब्लूबेरी की खेती

Blueberry Farming in India: भारत में शदियों से ही कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से फलों और सब्जियों की खेती की जाती है परन्तु आज के आधुनिक दौर में हमारे किसान भाई पुनः कृषि की ओर अपना रुख बढ़ा रहे हैं जिससे हमारे किसानों को पारम्परिक कृषि के मुकाबले कई गुना मुनाफा मिल रहा है | आज हम आपके लिए एक ऐसे ही फल की खेती के बारे में बताने वाले हैं जिसको सुपर फ़ूड माना जाता है |इसको सुपर फ़ूड मानने का सबसे बढ़ा कारण है इसमें मौजूद औषधीय गुण |इसमें मौजूद औषधीय के कारण ही भारत के साथ-साथ विदेशों में भी इस फल की हमेशा बहुत  मांग रहती है |

Blueberry Farming in India- भारत में ब्लूबेरी की खेती

ब्लू बेरी एक विदेशी फल है | जिसकी पहले के समय में भारत में खेती नहीं की जाती थी इसका भारत में अमेरिका  या अन्य देशों से आयत किया जाता था परंतु आज आधुनिक समय में वैज्ञानिको की कड़ी मेहनत और खोज के कारण इसकी बहुत प्रजातियां बना दी गई है जिसके कारण इसकी खेती भारत में करनी संभव हो सकी है |

Blueberry Farming in India

भारत के नव युवक किसान इस खेती की ओर अपनी इच्छा जता रहे हैं और इसे कर के काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं | तो आज हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से बताने वाले हैं की ब्लू बेरी को सुपर फ़ूड क्यों कहते हैं और इसके औषधीय गुण क्या के हैं और आप इसकी खेती कर के कैसे ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं |

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ब्लूबेरी एक सुपर फ़ूड क्यों माना जाता है

ब्लू बेरी को सुपर फूड इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें बहुत उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल्स, विटामिंस और बहुत से पोषणकारी तत्व पाए जाते हैं यह फल विशेष रूप से विटामिन सी, विटामिन के और फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है इसके सेवन से हमारे शरीर की इम्युनिटी मजबूत होती है तथा इसे खाने से हमारे शरीर में हो उत्पन्न होने वाले बहुत से रोगों से छुटकारा भी मिल सकता  है |

ब्लूबेरी खाने के फायदे

ब्लूबेरी खाने से आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलाती है तथा ब्लूबेरी में पाया जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट कैंसर के खिलाफ प्रतिरक्षा तथा कैंसर को बढ़ाने वाले फ्री रेडिकल्स के खिलाफ एक प्रतिरक्षा  तंत्र तैयार करते हैं साथ ही इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट हमारे हृदय के रोग के खतरे को भी काम करते हैं ब्लूबेरी में काफी अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जिसके कारण भूख को कम कर सकता है और वजन को घटाने में भी मदद करता है इसके साथ में ब्लूबेरी के सेवन से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है और डिप्रेशन और स्ट्रेस के खिलाफ लड़ने में मदद होती है |

ब्लूबेरी की प्रजाति

दुनिया भर में ब्लू बेरी की बहुत सी प्रजातियां पाई जाती हैं ब्लूबेरी ज्यादा क्षेत्र में नहीं हुआ करती थी जिसे लोग यह सोचते थे कि यह सिर्फ ठंडे क्षेत्र में होती है परंतु आज के आधुनिक दौर में एक ऐसी प्रजाति का निर्माण हुआ है जिसको भारत जैसे गर्म देश में भी उगाया जा सकता है |

ब्लूबेरी फार्मिंग टिप्स- Blueberry Farming in India Tips

ब्लूबेरी का पौधा अप्रैल से मई महीने के बीच में लगाया जाता है और यह अगले साल फरवरी और मार्च से फल शुरू हो जाता है और जून तक इसमें फल देने की प्रक्रिया रहती है । बरसात का सीजन आ जाने पर ब्लूबेरी के पौधे में फल की प्रक्रिया खत्म हो जाती है तथा इसके पौधों की कटाई छटाई करनी पड़ती है |

ब्लूबेरी फार्मिंग में मधुमक्खी पालन के फायदे

ब्लूबेरी के खेत में मधुमक्खी का बॉक्स भी लगाया जाता है क्योंकि ब्लूबेरी के पौधे में फूल आने के समय मधुमक्खियां ज्यादातर सभी फूलों पर जाकर बैठी है जिससे उनका परागकण उनके पुंकेसर में पहुंच जाता है जिसके कारण ब्लूबेरी के फल ज्यादा लगते हैं साथ ही फलों का आकार भी बड़ा होता है तथा उनकी गुणवत्ता भी अच्छी होती है |

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ब्लूबेरी के लिए तापमान

इसका पौधा ज्यादातर ठन्डे क्षेत्रों में पाया जाने के कारण लोगों को लगता था कि इसको सिर्फ ठन्डे क्षेत्रो में ही उगाया जा सकता है परन्तु हमारे रिसर्चर्स ने एक ऐसे प्रजाति को भी खोज दिया है जिसको की भारत जैसे गर्म तापमान वाले देश में भी आसानी से खेती किया जा सकता है | इसकी खेती 42 डिग्री अंश सेल्सियस पर भी आसानी से की जा सकती है |

फसल उत्पादन के बाद पौधे की कटाई छंटाई

बारिश के सीजन में ब्लूबेरी के पौधे में कटाई छटाई करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है सितंबर से अक्टूबर तक उसमें नई शाखाएं आने लगते हैं और फूल भी लगने लगते हैं ब्लूबेरी के पौधों की कटाई छटाई हर साल करनी पड़ती है | इससे पौधों में फूल की संख्या बढ़ती है तथा ब्लूबेरी के फलों का आकार भी बढ़ता है जिससे उपज अच्छी होती है जिससे मुनाफा भी अधिक होता है |

सालाना कमाई Blueberry Farming

अगर ब्लू बेरी फार्मिंग में सालाना कमाई की बात की जाए तो इसमें एक एकड़ में 3000 पौधे लगते हैं तो आपको 5 साल में 3 से 5 किलो फल प्रति पौधे से मिलेगा | बाजार में इसकी कीमत ₹1000 प्रति किलो के भाव से मिल सकता है इसके हिसाब से आपकी कमाई 90 लाख रुपए सालाना तक हो सकती है जिसमें आपको हर साल लगभग ₹300000 तक खर्च आएगा |

ब्लूबेरी फार्मिंग की फसल अवधि

ब्लू बेरी का पौधा एक ऐसा पौधा है जिसकी फसल जिसको लगाने पर यह है 10 साल तक फसल देता रहेगा इसकी फसल की मात्रा इसके पौधे के पुराने हो जाने पर बढ़ती रहती है जैसे कि पहले साल में इसमें सिर्फ 200 से 300 ग्राम प्रति पौधे के दर से फल मिलेगी परंतु वहीं 7 से 8 साल तक हो जाने पर इस पौधे में 4 से 5 किलो तक ब्लूबेरी का उत्पादन होने लगेगा | इसके फल भी पौधे से टूट जाने के बाद 15 से 20 दिन तक ख़राब नहीं होते हैं जिससे इसको किसान भाई फल तोड़ने के बाद आराम से बेच सकते हैं |

ब्लूबेरी की खेती में लागत

अगर आप Blueberry Farming in India (ब्लूबेरी की खेती) करना चाहते हैं तो आपको पहले साल में लगभग 25से 30 लाख रुपए की लागत लगानी पड़ेगी जिसमें आपको पौधे खरीदने पड़ेंगे जो कि भारत में बहुत कम मात्रा में मिलाता है| इसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों से लाने पर इसकी कीमत आपको ₹800 प्रति पौधा मिलेगी |

Blueberry Farming in India में करने पर 1 एकड़ में लगभग 3000 पौधे लगाए जा सकते हैं साथ ही आपको ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, खाद तथा अन्य उपयोगी सामग्री की जरूरत होगी इसमें आपको दो से तीन लाख रुपये और लगेगा मान के चलिए की इस 1 एकड़ की खेती करने के लिए आपको 25 से 30 लाख रुपए का खर्च आएगा  आपको इतना पैसा सिर्फ एक बार में लगाना होगा जो कि हर साल आपको मुनाफा देता रहेगा सालाना इसमें लागत की बात की जाए तो लगभग 2 से 3 लख रुपए तक सालाना आएगा जिसमें खाद तथा लेबर चार्ज भी शामिल होता है |

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