Integrated Farming System in Hindi- जानिए क्या है इंटीग्रेटेड फार्मिंग

Integrated Farming System in Hindi- भारत एक ऐसा देश है जहां पूरे विश्व सबसे बड़े क्षेत्रफल वाली भूमि पर खेती की जाती है, परंतु भारत के किस अन्य देशों के किसानों के मुकाबले बहुत ही काम मुनाफा कमाते हैं |

इंटीग्रेटेड फार्मिंग से संबंधित जानकारी (Integrated Farming System in Hindi)

Integrated का अर्थ है एकीकृत या समेकित | सीधी भाषा में समझे तो इंटीग्रेटेड का मतलब है गठबंधन या एक साथ मिलना | इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम एक ऐसी तकनीक है, जिसमें किसान कई फसलों को बहुत ही कम जगह पर ही साथ कर सकता है | इसके अंतर्गत सिर्फ फसले ही नहीं बहुत से छोटे व्यवसाय भी आते हैं |

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किसान इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम की मदद से अपनी मुख्य फसल के साथ ही मछली पालन, मुर्गी पालन, रेशम, मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती, सब्जी, फल, बकरी पालन, दुग्ध उत्पादन का भी व्यवसाय कर सकते हैं | इसको करने के लिए बहुत ही कम जगह की आवश्यकता होगी और साल भर आमदनी का जरिया बना रहेगा | इंटीग्रेटेड कृषि प्रणाली में एक घटक से मिलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को दूसरे घटक के उपयोग में लाया जाता है | जिससे इंटीग्रेटेड फार्मिंग की जाती है |

Integrated Farming System in Hindi

पूरे विश्व में भारत की जनसंख्या प्रथम स्थान पर हो गई है | जिससे कुछ ही सालों में कृषि योग्य जमीन की बहुत ही कमी हो जाएगी तथा अधिक जनसंख्या होने के कारण हमारी खाद्य संसाधनों की मांग भी बढ़ेगी इसलिए हमारे देश की जनसंख्या की खाद्य आपूर्ति के लिए हमें इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम करने की आवश्यकता है | जिसके कारण हमारे हमारी छोटे किसानों के साथ ही बड़े किसानों का भी लाभ होगा और हमारा देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा |

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इसे उदाहरण के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं

आज हम आपको इस उदाहरण के माध्यम से किसी छोटे या सीमांत किसान का उदाहरण लेकर समझने का प्रयास करेंगे

मान लीजिए कि किसी किसान के पास लगभग 10 एकड़ जमीन है | जिसमें वह हर साल पारंपरिक कृषि कर रहा है | जिसमें वह अपने खेत में धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार आदि फसले लगाता है | इससे उस किसान की आमदनी तीन से ₹6 लख रुपए के बीच होगी | लेकिन अगर वही किसान इंटीग्रेटेड फार्मिंग करें तब उसकी आमदनी इससे 5 से 6 गुना अधिक हो जाएगी |

अगर वही किसान अपने 10 एकड़ की जमीन में एक एकड़ में मछली पालन के लिए तालाब बनवा दें तथा उसी एक एकड़ के गड्ढे में पिलर की सहायता से जाली नुमा सेट तैयार कर दे | जिसमें वह मुर्गियों तथा बकरियों का पालन करें लगभग 1 एकड़ में वह गाय तथा भैंस का पालन करें और दो से तीन एकड़ में वह फलदार वृक्ष लगाये और उन्हें वृक्षों के आसपास मधुमक्खियां का पालन करें और बची हुई जमीन पर अपनी पारंपरिक कृषि को भी करें तथा कुछ फलदार वृक्षों को मछली पालन के लिए तैयार किए गए तालाब के किनारे लगा दें |

इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम में मछली पालन के साथ-साथ मुर्गी पालन तथा बकरी पालन करने से बहुत ही अधिक मुनाफा होगा क्योंकि मछलियों का भोजन बकरियां तथा मुर्गियों के मल मूत्र से मिलता रहेगा |

जब आप तालाब के ऊपर जाली नुमा सेट तैयार कर देंगे तो तो मुर्गियों तथा बकरियों के मल मूत्र को हटाने में मेहनत तथा पैसे की बचत होगी और मछलियों को भोजन मिलता रहेगा | साथ ही बत्तख को भी पाल लें और मछलियां जब थोड़ा बड़ी हो जाए तो बत्तखों को तालाब में छोड़े जिससे मछलियों को ऑक्सीजन भी मिलता रहेगा और मछलियां जितना ज्यादा भाग दौड़ करेंगी उतना अधिक उनका विकास होगा साथ ही बत्तखों के द्वारा अंडे और मांस की भी प्राप्ति होगी |

इंटीग्रेटेड फार्मिंग में पानी की जरूरत

इंटीग्रेटेड फार्मिंग में पानी बहुत ही आवश्यक होता है इसलिए आप अपने खेत की जमीन में तालाब बना दे | जिससे आपको कई लाभ प्राप्त होंगे जो निम्नलिखित है-

  • आपकी पारंपरिक कृषि के लिए भरपूर मात्रा में पानी मिलता |
  • तालाब में मछली पालन के साथ-साथ बत्तख पालन, मुर्गी पालन और बकरी पालन भी कर सकते हैं |
  • पशुओं के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में मौजूद रहेगा |
  • तालाब के किनारे फलदार वृक्ष लगा सकते हैं |
इंटीग्रेटेड फार्मिंग से ज्यादा आमदनी कैसे प्राप्त करें
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आप तालाब में मछली पालन कर सकते हैं | जिसके ऊपर आप जालीनुमा सेट तैयार करके मुर्गी पालन बत्तख पालन या बकरी पालन कर सकते हैं तथा तालाब के किनारे अमरूद, लीची, आम जैसे फलदार बीच लगा सकते हैं |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आप अपने फार्म पर गौशाला तैयार कर सकते हैं | जिसमें आप गाय, भैंस, भेड़, बकरी आदि को पाल सकते हैं | जब आप सब्जियों की खेती करेंगे और पेड़ पौधे लगाएंगे तो उसमें से कुछ सब्जियों तथा फल खराब होंगे तब पेड़ पौधे के पत्तियों और सब्जियों के खरपतवार उत्पन्न होंगे जो की गाय भैंसों और बकरियों के खाने के उपयोग में आएगा |
  • जब गाय भैंस या बकरी गोबर करेगी तब उसे गोबर का प्रयोग वर्मी कंपोस्ट को बनाने में कर सकते हैं जिसकी शारदा से आप अपने खेत को उपजाऊ बना सकते हैं तथा इसे पैक करके आप मार्केट में भी भेज सकते हैं | जिससे आपकी मोटी कमाई होगी |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग में अगर आप मुर्गी पालन के साथ बत्तख पालन तथा मछली को पालते हैं तो मुर्गियों के द्वारा अंडे तथा मांस मिलेगा और मुर्गियों के मांस से निकले अपशिष्ट पदार्थ मछलियों के खाने के योग्य आएंगे | इससे मछलियां अधिक वृद्धि करेंगे और जल्दी बचने के लिए तैयार हो जाएंगी |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग में आप मछलियों के बच्चे को भी तैयार कर सकते हैं जो कि आपकी आमदनी को बढ़ा देगा
इंटीग्रेटेड फार्मिंग के लाभ
  • हमारे पारंपरिक कृषि प्रणाली में एक समस्या ऐसी है कि यहां अगर मौसम बदला तो फसले खराब हो जाते हैं परंतु इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम में अगर एक फसल खराब हो जाएगी तो दूसरी फसले बची रहेगी | जिससे आपकी आमदनी में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा |
  •  इंटीग्रेटेड फार्मिंग के द्वारा पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से बचा जा सकता है क्योंकि पारंपरिक कृषि हमारे बहुत बड़े क्षेत्र में की जाती है | वही इंटीग्रेटेड फार्मिंग में बहुत ही कम जगह में की जाती है और इसमें दूसरे फसलों तथा जानवरों के अपशिष्ट पदार्थ का उपयोग दूसरे फसलों या जानवरों के लिए कर दिया जाता है |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग में आप बाजार की माहौल के अनुसार पैसे कमा सकते हैं |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग से आप 2 से ₹4 लाख रुपए प्रति महीने की आमदनी कर सकते हैं | इंटीग्रेटेड फार्मिंग में सबसे बड़ी बात यह है कि यह भविष्य में आने वाले नुकसान और उससे निपटने का इंतजाम हो जाता है |
  • इंटीग्रेटेड फार्मिंग के द्वारा आप समृद्ध बन सकते हैं | साथ-साथ हमारे देश के अन्य बेरोजगार लोगों को रोजगार देने की काबिल हो सकते हैं क्योंकि अगर कोई व्यक्ति इतने बड़े क्षेत्र में इंटीग्रेटेड फार्मिंग करेगा तो उसे मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी | जिससे वहां के लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी |

इंटीग्रेटेड फार्मिंग में लागत और मुनाफा

अगर कोई व्यक्ति 10 एकड़ की खेती कर रहा है तो पारंपरिक कृषि में वह लगभग 5 से 6 लाख रुपए का मुनाफा कर सकेगा | इंटीग्रेटेड फार्मिंग में लागत की बात की जाए तो वह आप के ऊपर निर्भर करता है कि आप कौन-कौन सी खेती कर रहे हैं तथा कौन-कौन से पशुओं और पक्षियों का पालन करना हैं |

अगर आप हमारे द्वारा बताए गए सभी प्रकार के फार्मिंग कर रहे हैं तो आपको 8 से 10 लाख की लागत लग सकती है परंतु इसमें मुनाफा की बात की जाए तो इसके द्वारा पारंपरिक कृषि के मुकाबले 5 से 6 गुना अधिक मुनाफा होगा |

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