Dhaan Ki Nursery Kaise Taiyar Karen / धान की नर्सरी कैसे तैयार करें ?

भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक क्षेत्रफल पर धान की खेती की जाती है धान की खेती बजाई और पौधारोपण के माध्यम से किया जाता है लेकिन ज्यादातर किसान पौधे तैयार करके ही धान की खेती करते हैं आई आज हम जानते हैं कि Dhaan Ki Nursery Kaise Taiyar Karen और नर्सरी तैयार करते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है |

दोस्तों भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जहां पर सबसे अधिक क्षेत्रफल में धान का उत्पादन किया जाता है धन को बजाई और पौधारोपण के जरिए उगाया जाता है लेकिन ज्यादातर किस पौधे तैयार करके ही धान की खेती करते हैं |

धान की खेती के लिए उन्नत किस्मे / Dhaan Ki Nursery Kaise Taiyar Karen :-

धान की खेती से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की उन्नत किसने उपलब्धियां जैसे पी-1460, आईआर-64, पीएचबी 71, जया, पूसा आरएच, तरावरी बासमती 1, पूसा सुगंध 2, पी 1121, पी 2511,पूसा सुगंध 3, रतना, विकास तथा माही सुगंधा आदि. |

धान की नर्सरी कैसे तैयार करें / Dhaan Ki Nursery Kaise Taiyar Karen :-

Dhaan Ki Nursery Kaise Taiyar Karen

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए हमें विभिन्न चरण ऑन से गुजरना पड़ता है तो आईए जानते हैं कि धान के नर्सरी तैयार करने के प्रमुख चरण कौन-कौन से हैं |

1.खेत का चुनाव तथा खेत की तैयारी

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए दोमट और चिकनी दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है नर्सरी लगाने के लिए सबसे पहले खेत को दो से तीन बार जुताई करके मिट्टी को समतल और भुरभुरा बना लेना चाहिए और इसके साथ ही खेत में पानी के निकास के लिए उचित व्यवस्था कर देनी चाहिए |

2.सही बीज का चुनाव करें 

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए सही बीज का चुनाव करना अति आवश्यक होता है इसके लिए अधिक उत्पादन देने वाली प्रतिरोध किस्म का चयन करना चाहिए बीज के बेहतरीन अंकुरण के लिए सर्टिफाइड बीज लेना चाहिए |

  • अपने क्षेत्र के अनुसार अनुशासित किसानों का चयन करना चाहिए |
  • बी साफ सुथरा होने के साथ-साथ नमी मुक्त होना चाहिए |
  • बेहतर अंकुरण के लिए बीज पूर्णतया पका होना चाहिए |
  • बीजों को अनुशंसित फफूंद नाशक कीटनाशक से उपचारित करने के पश्चात ही होना चाहिए |
  • भंडारित बीज का चुनाव करना चाहिए |
3.धान की नर्सरी कैसे तैयार करें इसके लिए बीज की उपयुक्त मात्रा :-
  • हाइब्रिड किस्में- 25-30 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर
  • बासमती किस्में- 12-15 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर
  • एसआरआई पद्धति- 7.5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर
  • सीधी बुवाई करने के लिए 40-50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर

धान की खेती के लिए बीजों का बीजोपचार की विधि :-

इसके लिए सबसे पहले आपको 10 लीटर पानी में नमक डालकर अच्छी तरह से गोल बना लेना है और इसके बाद 500 ग्राम बीज डाल देना है पानी की सतह पर तैरने वाले बीज को दुपट्टा या छननी की मदद से अलग कर देना है |

1.रासायनिक विधि से बीजोपचार :-

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए धान में फफूंदजनित रोग जैसे ब्लास्ट, ब्राउन स्पाॅट, रूटरोट, बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट आदि का प्रकोप रहता है। इन रोगों से रोकथाम के लिए कार्बेन्डाजिम 50 ए.सी. की 2 ग्राम मात्रा तथा स्ट्रेप्टोसाइक्लिन की 0.5 ग्राम मात्रा लेकर एक लीटर पानी में अच्छी तरह घोल बना लें। इस घोल में बीजों को 24 घंटे के लिए भिगोकर रखें।

2.जैविक बीजोपचार :-

स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस की 10 ग्राम मात्रा लेकर एक लीटर पानी में घोल बना लें। इस घोल में प्रति किलोग्राम बीज की मात्रा लेकर रातभर भिगोने दें।

जाने कब लगाए धान की खेती के लिए नर्सरी:-

धान की खेती से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए धान की नर्सरी सही समय पर लगाना चाहिए इससे समय प्रदान की रोपाई की जा सकती है |

  • कम समय में पकने वाली हाइब्रिड किस्म की नर्सरी को में के दूसरे सप्ताह से 20 जून के बीच लगाए |
  • मध्यम समाया में तैयार होने वाले हाइब्रिड किस्म की नर्सरी को मई के दूसरे सप्ताह तक लगा देना चाहिए |
  • बासमती किस्म की नर्सरी को जून के पहले सप्ताह में लगा देने से उत्पादन अच्छा प्राप्त होता है |

धान की नर्सरी तैयार करने की विधि:-

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए सबसे पहले बीजों को अंकुरित कर लेना चाहिए इसके लिए बीजों को झूठ के बारे में भरकर इसके बाद इसको 15 से 20 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें अब इसे अच्छी तरह से सुख दें और फिर बिजाई करे और बिजाई के बाद यह ध्यान रखें की पक्षियों को दो से तीन दिनों तक बचाना है जब तक की बीच होगा ना जाए |

नर्सरी में प्रयुक्त खाद और उर्वरक की मात्रा :-

धान के पौधे को अच्छे विकास के लिए धान की नर्सरी में 100 ग्राम वर्ग प्रति मीटर में 2 से 3 किलोग्राम यूरिया 3 किलोग्राम सुपर फास्फेट तथा एक किलोग्राम पोटाश का प्रयोग करना चाहिए कुछ दिनों के बाद यदि पौधे में पीलापन दिखाई दे तो 1 किलो जिंक सल्फेट और आधा किलोग्राम चुनाव लेकर 50 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव कर देना चाहिए

सिंचाई कब-कब करें :-

पौधे के अच्छे अंकुरण के लिए पानी का तरीका आवश्यक होता है क्योंकि बिजाई के समय क्यारी में पानी नहीं होना चाहिए लेकिन तीन से चार दिन बाद करियर मैं हमेशा नमी को बनाए रखना चाहिए और जब पौधा 5 सेंटीमीटर तक बड़ जाए तब खेत में एक से दो सेंटीमीटर पानी भरकर रखना चाहिए |

सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न
धान का बीज कैसे तैयार करें ?

धान के बीज से अच्छी उत्पादन प्राप्त करने के लिए वर्षा के पानी का संचित उपयोग करने के लिए मानसून प्रारंभ होने से पहले पौधों को तैयार कर लेना चाहिए और मानसून शुरू होने पर 15 जुलाई से पहले उसके खेत में चाहिए एक पर खेत में धान की खेती करने के लिए 25 से 30 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है |

धान की नर्सरी कौन से महीने में तैयार की जाती है ?

सीधी बुवाई विधि का उपयोग करने से धान की बुवाई का उपयुक्त समय जून का महीना माना जाता है |

धान की नर्सरी में कौन-कौन सी खाद डालें ?

धान की नर्सरी लगाने से पहले 200 ग्राम यूरिया 300 ग्राम डीएपी और 30 ग्राम जिंक को मिलाकर एक से डेढ़ मीटर चौड़ी और 5 मीटर लंबी क्यारी में मिट्टी में मिला देना चाहिए |

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